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इराक के नजफ में करीब 1485 एकड़ जमीन में फैला है दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान, जिसे वादी-उस-सलाम भी कहा जाता है, जिसका मतलब है वैली ऑफ पीस।
नजफ, इराक
इराक के नजफ में दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान है, जिसे वादी-उस-सलाम भी कहा जाता है, जिसका मतलब है वैली ऑफ पीस। लगभग 6 लाख की आबादी वाले शहर के मध्य की करीब 1485 एकड़ जमीन में फैला है ये कब्रिस्तान। बताया जाता है कि दुनिया के इस सबसे बड़े कब्रिस्तान में अब तक लगभग 5 मिलियन लोगों की लाशें दफन हैं। अभी तक की बातें तो आपको कम हैरान की होंगी, लेकिन अब बताते हैं इस कब्रिस्तान की हैरान करने वाली बातें।
ये दुनिया का ऐसा कब्रिस्तान हैं, जो इतना बड़ा है कि यहां पर एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने के लिए कब्रिस्तान के बीच ही सड़कें बनाई गई हैं। यहां काफी संख्या में लोगों का आना-जाना हर दिन होता है। यहां लोग किसी को दफनाने तो आते हीं हैं, साथ ही दफ्न हुए से लोगों से मिलने भी आते हैं। इसके अलावा यहां की सड़कों से वो लोग भी गुजरते हैं, जो कहीं और जा रहे होते हैं।
यहांरहने वाले लोगों की मान्यता है कि यहां दफ्न होने वाला कोई भी इंसान अपनों के या कहें उससे जुड़े हर इंसान के दिल में जिंदा ही रहता हे। इतनी बड़ी जगह पर जब आने-जाने वालों की भीड़ हो तो पुलिस का तैनात रहना भी लाजमी है। यहां हमेशा पुलिस तैनात रहती है। यहां के सभी कब्र पत्थर और मिट्टी से ही बने हैं, सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया है। साथ ही कहा जाता है कि यहां सैकड़ों साल से लाशें दफ्न की जा रही हैं, इस वजह से कई बार किसी की कब्र ढूंढना एक मुश्किल काम भी हो जाता है।
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