रिहाई मंच लखनऊ सम्मेलन व ईद मिलन समारोह का आयोजन 25 जुलाई को करेगा। मंच नगर क्षेत्र में सघन सहयोगी सदस्यता अभियान करेगा।
लाटूश रोड स्थित कार्यालय हुयी बैठक में वक्ताओं ने विमर्श किया कि इस दौर में सबसे अधिक चिंतन इस बात पर होना चाहिए की हमारी साझी-शहादत साझी विरासत को खतरा किन-किन ताकतों से है। मौजूदा दौर में जिस तरह से महिलाओं, अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासी समेत विभिन्न वर्गों के ऊपर हमले लगातार बढ़े हैं वो सरकारों की विफलता नहीं बल्कि उनकी संलिप्तता को उजागर करता है। जिस तरह से गुजरात में दलित युवकों को गाय के नाम पर बुरी तरह से पीटा गया झारखण्ड और दादरी में हत्या तो वही हरियाणा में गोबर खिलाया गया वो साफ करता हैं कि ये एक संगठित हमला है। यूपी का महिला हिंसा और दलित हिंसा में पूरे देश में सबसे ऊपर स्थान है।
बैठक में तय किया गया कि "हमारी एकता को खतरा किससे" विषय पर सम्मलेन आयोजित किया जायेगा। बैठक में रिहाई मंच अध्यक्ष मु शुऐब, सृजन योगी आदियोग, राम कृष्ण, आरिफ रजा मासूमी, इनायत उल्लाह, शाहनवाज़ आलम, शकील कुरैशी, शम्स तबरेज़, अमित मिश्रा, मो मसूद, अंकुर जायसवाल, वीरेंदर कुमार गुप्ता, एहसानुल हक मलिक, मौलाना इरशाद अहमद, मौलाना अबू अशरफ, अनिल यादव, अजित यादव, इशहाक, रोबिन, राजीव यादव आदि उपस्थित रहे।