नई दिल्ली. पिछले दिनों गुजरात में मरी गाय का खाल उतारने वाले चार दलित युवकों की पिटाई का प्रतिशोध सुरेंद्र नगर में देखने को मिला. दलित समाज के लोगों ने मरी हुई गाय को ट्रकों में भरकर कलेक्ट्रेट पर पहुंच गए. और उन्हें वहां पटक कर बोला कि संभालो अपनी मांओं को . दलित युवकों की पिटाई के विरोध का आंदोलन और विरोध का ये तरीका पूरे गुजरात में शुरू हो चुका है. लोग मरी हुई गाय को सरकारी अधिकारियों के दफ्तर पर पहुंचा रहे हैं.
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आपको बता दें कि उन में चार दलितों को बदमाशों ने पूरे शहर में घूमाकर बेरहमी से पीटा था. जिसके बाद छह बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. तीन अधिकारी भी सस्पेंड किए गए हैं. मरी हुई गाय को कलेक्टर दफ्तर पर पहुंचाने का तरीका पूरे गुजरात में फैलता जा रहा है. साथ ही सोशल साइट्स पर ये तरीका वायरल हो रहा है. लोग इसे दलितों समाज के विरोध प्रदर्शन का गुजरात मॉडल का नाम दे रहे हैं.
इस अनोखे विरोध प्रदर्शन के बार में सोशल मीडिया पर निम्न टिप्पणियां देखने को मिल रही हैं.
वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल लिखते हैं...
'क्यों संघियों? अपनी माता का अंतिम संस्कार नहीं करोगे?
मरी गोमाताएं करें पुकार
भागवत करे अंतिम संस्कार.
सुरेंद्रनगर, गुजरात के कलेक्टर ऑफिस से भारत में एक सामाजिक क्रांति की आज शुरुआत हुई है. अगर गौ-आतंकवादी न माने तो देश भर की मरी गोमाताओं को इसी तरह मंदिरों और RSS के दफ्तरों के हवाले करें.
वही करेंगे अपनी माताओं का ससम्मान अंतिम संस्कार'
सुरेश राजवंश
गौ माता बोलते हो तो अपनी माता का अग्निसंस्कार भी तुम ही करो।।।।।
शंभू कुमार सिंह
दलितों की पिटाई का गुजरात मॉडल विरोध। लोगों को गाय कलेक्टर दफ्तर के बदले आरएसएस के दफ्तर पर पहुंचानी चाहिए। करें वो अपनी मां का अंतिम संस्कार।
भवेंद्र
गुजरात में मरी हुई गाय की खाल उतारने वाले दलितों की बेरहमी से पिटाई के बाद गुस्साए दलित समाज के लोगों ने मरी हुई गायों को कलेक्टर ऑफिस के बाहर ले जाकर डाल दिया। यह हुई ना टिट फॉर टैट की कार्रवाई। इससे अच्छा होगा कि इन गायों को इनके ठेकेदार संघ के दफ्तर पर पहुंचाया जाए। जिससे वे अपने रीति रिवाजों से उनका अंतिम संस्कार कर सकें.
सोशल जस्टिस के लिए क्रांति की नई शुरूआत है ये....
हंस राज रेगर
गुजरात में मरी हुई गाय की खाल निकालने पर सवर्णों ने तीन दलित युवकों की पिटाई कर दी ।बदले मे दलितों ने आंदोलन किया ।फलस्वरुप दलितों ने कलैक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने के दौरान तीन मरी हुई गायें डालदी ।और कहा कि ये तुम्हारी गाय माताएं है ।इनका अंतिम संस्कार भी अब तुम्ही करो ।
जय मूलनिवासी बामण विदेशी
जितेंद्र नारायण
गुजरात के सुरेन्द्र नगर में भीम पुत्रों ने गौ पुत्रों की माँ का अंतिम संस्कार के लिए तीन ट्रक लाशें कलेक्ट्रीयट में डाल दिए हैं और कहा कि ये लो अपनी माताओं का अंतिम संस्कार खुद ही कर लो। देश में अब कहीं भी इन संघियों के मरे बाप या मरी माँ मिले तो इनके दफ्तरों पर अवश्य भिजवां दें। आखिर गौपुत्रों का कर्तव्य का ख्याल तो रखना ही होगा न।
हर्षवर्धन
सुरेन्द्रनगर में मरे हुए ढोरों से भरी तीन ट्रकों लेकर आज दलितों ने कलेक्टर ओफीस पर धावा बोल दिया और कहा लो ये तुम्हारी गौ माताएं. इसका अग्नि संस्कार करो तुम.
अब आया ऊंट पहाड के नीचे.
आज गुजरात के दलितों ने पूरे देश को राह दिखाया है.
मौर्य एके
गुजरात के दलित बहुजनो ने ऊना में हुई घटना के बाद कमाल कर दिया , तीन ट्रक मृत माताओ को भर कर कलेक्टर ऑफिस के बाहर ढेर लगा कर बोले करलो अब अपनी माताओ का संस्कार , जय हो इन भाइयो की 😂😂😂😂 सही सबक भक्तो को ।
हीरालाल निगम
सुरेन्द्रनगर में मरे हुए ढोरों से भरी तीन ट्रकों लेकर आज दलितों ने कलेक्टर ओफीस पर धावा बोल दिया और कहा लो ये तुम्हारी गौ माताएं. इसका अग्नि संस्कार करो तुम.
अब आया ऊंट पहाड के नीचे.
आज गुजरात के दलितों ने पूरे देश को राह दिखाया है.
क्रन्तिकारी जय भीम नीला सलाम
प्रोफेसर रतन लाल
गऊ 'माता' का अंतिम संस्कार?
रोहित वेमुला पर मेरी आने वाली किताब में एक लेख गऊ 'माता' के बारे में भी है. मैंने लिखा है कि यह कैसा समाज है जिसमें गाय जब तक दूध देती रहे तब तक माँ है, लेकिन मरने के बाद उसका खाल खींचने के लिए दलितों के हवाले कर दिया जाता है. दुनिया में शायद ही कोई ऐसा 'नालायक' समाज हो. आज गुजरात से खबर मिली कि वहां के दलित भाइयों ने मरी हुई सैकड़ों गायों को कलक्टर के ऑफिस पर ले जाकर पटक दिया और कहा करो अपनी माँ का अंतिम संस्कार. उन भाइयों को क्रांतिकारी सलाम. देश भर के दलित भाई सिर्फ दस दिनों के लिए श्रम-संकट पैदा कर दें, खासकर सफाईकर्मी भाई, मनुवाद घुटने टेक देगा. हाँ, एक बात जरुर ध्यान रखिएगा जब गऊ का वे श्राद्ध करेंगे तब अच्छी तरह से तैयार होकर भोज खाना मत भूलिएगा. जय भीम.
अनुज
सुरेन्द्रनगर मे मरे हुए जानवरो से भरे तीन ट्रको को लेकर दलित समुदाय के लोग कलैक्ट्रैट आफिस पहुंचे और अधिकारियो से बोले ये लो तुम्हारी गौ माता, अब अग्नि संस्कार खुद करो।
क्रान्तिकारी जय भीम।।
(न्यूज पॉइंट और इनपुट नेशनल दस्तक डॉट कॉम से भी-)